झाबुआ। छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर में हुए नक्सली हमले की घटना के विरोध में राष्ट्रीय कवि संगम की जिला इकाई झाबुआ ने 8 अप्रेल, गुरूवार को दोपहर कलेक्टोरेट पहुंचकर दे के प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम झाबुआ सोहन कनास को ज्ञापन सौंपा। बाद यहीं पर सभी पदाधिकारी-सदस्यों ने दो मिनिट का मौन रखकर हमले में शहीद जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
जानकारी देते हुए राष्ट्रीय कवि संगम के जिलाध्यक्ष प्रवीण सोनी ने बताया कि संस्था के प्रदे अध्यक्ष शंभुसिंह मनहर के निर्दे पर जिला इकाई झाबुआ द्वारा दे के प्रधानमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि भारत समूचे विव में शांति के टापू माना जाता है, किन्तु कुछ राष्ट्रघाती शक्तियां को यह रास नहीं आता है। भारत से बाहर और भारत के भीतर भी इस राष्ट्र शक्ति को ललकारने का दुःसाहस ये तथाकथित लोग आए दिन करते है। बीजापुर नक्सली हमले में हमारे दे के कई रणबांकुरें शहीद हो गए। आजादी के बाद से ही इस दे के लोकतंत्र, इसके संविधान और इसके विवविजयजी विकसित होते रूप को ये शक्तियां ऐसे ही कायराना कार्रवाईयों से प्रभावित करते हुए नौजवानों को असमय काल के गाल में भेजती रहती है। भारत अब जवानो को यू खोना सहन नहीं करेगा।
यह की मांग
जिसे देखते हुए ज्ञापन में मांग की गई कि छत्तीसगढ़ के जंगलां में छिपे तथाकथित इन नक्सलियों, जिन्हें आंतकवादी की संज्ञा देकर इनका अविलंब सफाया करते हुए भारत को नक्सलवाद मुक्त कर ऐसे तथाकथितों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएं। ज्ञापन का वाचन राष्ट्रीय कवि संगम के संरक्षक नीरजसिंह राठौर ने किया। इस अवसर पर विष रूप से संस्था के संरक्षक यावंत भंडारी, अजय रामावत, एमएल फुलपगारे, डॉ. अर्चना राठौर, प्रदीप ओएल जैन, सुरे पुरोहित, वचना परमार आदि उपस्थित थी।
फोटो 006 -ः दे के प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम झाबुआ श्री कनास को ज्ञापन सौंपते राष्ट्रीय कवि संगम के पदाधिकारी-सदस्यगण।
फोटो 007 -ः दो मिनिट का मौन रखकर हमले में शहीद जवानों को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।