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लखनऊ. योगी सरकार (Yogi Government) अपने इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट (UP Budget 2021-22) प्रस्तुत करेगी. डिजिटल माध्यमों से प्रस्तुत किए जाना वाला यह बजट पूरी तरह पेपरलेस होगा। बजट में चुनावी तैयारियों की झलक देखने को मिल सकती है. इस बजट का आकार लगभग 5.5 लाख करोड़ का होगा. केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को बजट घाटे को तीन से बढ़ाकर पांच फीसदी किए जाने की छूट दिए जाने के बाद उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश सरकार लगभग 5 फीसदी घाटे का बजट प्रस्तुत कर सकती है. गौरतलब है कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में राज्य सरकार का बजट कुल 5.13 लाख करोड़ है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना कहते हैं कि राज्य सरकार के इस बजट में छात्रों, युवाओं, महिलाओं, किसानों के लिए कुछ नई घोषणाएं होने की उम्मीदें हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से जनता के बीच विकास का बड़ा संदेश देने का काम भी इस बजट के माध्यम से सरकार करेगी. बजट में गंगा किनारे के गांवों में गंगा मैदान, गंगा चबुतरा तथा अन्य विकास कार्य- स्कूल-कालेज के छात्र छात्राओं को टैबलेट या लैपटाप की घोषणा, प्रदेश की पांच एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की गति बढ़ाने व काम शुरू करने के लिए भारी भरकम धनराशि, संपर्क मार्गों से अछूते 250 से अधिक आबादी वाले ग्रामीण बसावटों को संपर्क मार्ग से जोड़ने के लिए करीब 8000 करोड़ रुपये, फिल्म सिटी के लिए भी बजट का प्रबंध होने की उम्मीद है. कोरोना वैक्सीन सभी के लिए मुफ्त करने की घोषणा होने की उम्मीद भी की जा रही है. अयोध्या, काशी, मथुरा और गोरखपुर के पर्यटन विकास के लिए नई योजनाओं की उम्मीद है.
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