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उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि कैसे कुछ लोग पहले टेस्ट की पिच को लेकर भी शिकायत कर रहे थे कि वो बल्लेबाजी के लिए ज्यादा मुफीद थी. अब लोग उस पिच पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं, जो स्पिनर्स को मदद कर रही है.गावस्कर ने इंग्लैंड टीम पर सवाल खड़े किए
गावस्कर ने इंग्लैंड की गेंदबाजी और बल्लेबाजी पर भी तंज कसा. इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि भारत ने स्पिनर्स की मददगार पिच पर दूसरी पारी में भी इंग्लैंड के पहली पारी के 134 रन के स्कोर को पार कर लिया. इसका सीधा सा मतलब है कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए उतनी भी खराब नहीं है, जितना कहा जा रहा है. इससे एक बात समझ आ रही है कि या तो इंग्लैंड के गेंदबाज इसका पूरा फायदा नहीं उठा पा रहे हैं या भारतीय बल्लेबाजों ने मेहमान टीम से अच्छी बल्लेबाजी की.
इस पूर्व कप्तान ने कहा कि आपके पास इंग्लैंड में सीमिंग पिच हैं. ऑस्ट्रेलिया वहां 46 रन पर ऑल आउट हो गया था- गेंद हर वक्त वहां सीम कर रहा थी. किसी ने भी इसकी बात नहीं की. यह हमेशा ही भारतीय पिचों को लेकर होता है, जह गेंद स्पिन होना शुरू होती है, लोग सवाल उठाना शुरू कर देते हैं.
वॉर्न और वॉन के बीच पिच को लेकर हुआ था ट्वीट वॉर
एक दिन पहले ही इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी दूसरे टेस्ट की पिच को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने ट्वीट किया था कि इस टेस्ट में रोमांचक क्रिकेट देखने को मिल रहा है. हर पल कुछ न कुछ होते नजर आ रहा है. ईमानदारी से कहूं तो यह पिच वाकई चौंकाने वाली है. बगैर कोई बहाना बनाया यह कहना गलत नहीं होगा कि टीम इंडिया अच्छा क्रिकेट खेली. लेकिन इसे भी मानना होगा कि यह 5 दिन के टेस्ट मैच के लिए तैयार की गई पिच नहीं है.
वॉन के इस ट्वीट का पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने जवाब दिया था. उन्होंने लिखा था कि इस मैच के मुकाबले पहले टेस्ट में टॉस जीतना ज्यादा अहम था. क्योंकि वहां पर पहले दो दिन पिच से कुछ नहीं हुआ था. उसके बाद गेंद टर्न लेना शुरू हुई. वहीं, दूसरे टेस्ट के लिए तैयार की गई पिच पर पहली गेंद से ही बॉल घूम रही है. ऐसे में मेजबान टीम को पहली पारी में भारत को 220 रन के भीतर ही ऑल आउट करना चाहिए था.
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