भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कांग्रेस की नेता विद्या रानी के बयान पर पलटवार किया है। टिकैत ने कहा कि आंदोल में शराब का क्या इस्तेमाल है? मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही है। टिकैत ने कहा कि ऐसे लोगों को किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है। विद्या रानी को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ये गलत है ऐसे लोग अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि जींद के नरवाना से विधान सभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं विद्यारानी दनौदा ने रविवार को कहा था कि दिल्ली सीमा पर किसान धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हमें उनकी मदद करनी चाहिए। उनकी मदद पैसे, शराब, सब्जी व अन्य तरीकों से की जा सकती है।
रविवार दोपहर 12 बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक विधायक सुभाष गांगोली के नेतृत्व में हुई। जिसमें सभी वक्ताओं ने किसान आंदोलन को लेकर समर्थन करने की बात कही। इस दौरान विद्यारानी दनौदा ने मदद के नाम पर दो कदम आगे बढ़ाते हुए कहा कि जितना किसान आंदोलन मजबूत होगा, कांग्रेस भी उतनी ही मजबूत होगी। इसके बाद हम जो भी आंदोलन करेंगे, वह बहुत ही मजबूत होगा। इसके लिए हमें किसानों की मदद करनी होगी।
किसानों की मदद हम पैसे, सब्जी, फल, दूध तथा शराब भेजकर कर सकते हैं। इसके बाद बैठक में मौजूद सभी कांग्रेसी हंसने लगे। बैठक में मौजूद कुछ लोगों ने विद्यारानी को टोका तो उन्होंने अपनी बात बदलते हुए कहा कि काफी बुजुर्ग लोग ठंड में दिल्ली सीमा पर बैठे हैं, उनकी तबीयत खराब है। उनको शराब दवा के रूप में दी जा सकती है।
मजाक-मजाक में इस प्रकार की बात कही गई। कुछ लोगों ने पूछा था कि वहां ठंड में बीमार बुजुर्ग बैठे हैं, इसलिए उनके लिए दवा का इंतजाम भी करना चाहिए। इसी बात पर मैंने कहा था कि दवा-दारू की भी हमें मदद करनी चाहिए। कुछ लोगों ने इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। – विद्यारानी दनौदा, कांग्रेस नेत्री।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कांग्रेस की नेता विद्या रानी के बयान पर पलटवार किया है। टिकैत ने कहा कि आंदोल में शराब का क्या इस्तेमाल है? मुझे नहीं पता कि वह ऐसी टिप्पणी क्यों कर रही है।
टिकैत ने कहा कि ऐसे लोगों को किसान आंदोलन से कोई लेना देना नहीं है। विद्या रानी को ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए ये गलत है ऐसे लोग अपने आंदोलन में जो चाहें, वितरित कर सकते हैं।
आपको बता दें कि जींद के नरवाना से विधान सभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं विद्यारानी दनौदा ने रविवार को कहा था कि दिल्ली सीमा पर किसान धरने पर बैठे हैं। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए हमें उनकी मदद करनी चाहिए। उनकी मदद पैसे, शराब, सब्जी व अन्य तरीकों से की जा सकती है।
रविवार दोपहर 12 बजे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक विधायक सुभाष गांगोली के नेतृत्व में हुई। जिसमें सभी वक्ताओं ने किसान आंदोलन को लेकर समर्थन करने की बात कही। इस दौरान विद्यारानी दनौदा ने मदद के नाम पर दो कदम आगे बढ़ाते हुए कहा कि जितना किसान आंदोलन मजबूत होगा, कांग्रेस भी उतनी ही मजबूत होगी। इसके बाद हम जो भी आंदोलन करेंगे, वह बहुत ही मजबूत होगा। इसके लिए हमें किसानों की मदद करनी होगी।
किसानों की मदद हम पैसे, सब्जी, फल, दूध तथा शराब भेजकर कर सकते हैं। इसके बाद बैठक में मौजूद सभी कांग्रेसी हंसने लगे। बैठक में मौजूद कुछ लोगों ने विद्यारानी को टोका तो उन्होंने अपनी बात बदलते हुए कहा कि काफी बुजुर्ग लोग ठंड में दिल्ली सीमा पर बैठे हैं, उनकी तबीयत खराब है। उनको शराब दवा के रूप में दी जा सकती है।
मजाक-मजाक में इस प्रकार की बात कही गई। कुछ लोगों ने पूछा था कि वहां ठंड में बीमार बुजुर्ग बैठे हैं, इसलिए उनके लिए दवा का इंतजाम भी करना चाहिए। इसी बात पर मैंने कहा था कि दवा-दारू की भी हमें मदद करनी चाहिए। कुछ लोगों ने इसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। – विद्यारानी दनौदा, कांग्रेस नेत्री।