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केंद्र सरकार पर निशाना साधा
सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 80 दिनों से देश के किसानों का आंदोलन चल रहा है और 200 किसान अब तक इस आंदोलन की भेंट चढ़ चुके हैं. उनकी मांग है कि तीनों काले कानून वापस लिए जाएं. उन्होंने कहा कि जब यह बिल संसद में आया था तब भी उन्होंने इसका विरोध किया था, क्योंकि यह बिल चंद पूंजीपतियों के लिए मोदी सरकार ने बनाया है. आज कहने के लिए मोदी सरकार 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की सरकार है, लेकिन यह चंद पूंजीपतियों की गुलाम सरकार है ,जो देश के किसानों की आवाज नहीं सुन रही है. असीमित भंडारा सिर्फ किसानों के खिलाफ नहीं है बल्कि देश की जनता के भी खिलाफ है.
यही नहीं, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ पेट्रोल 100 रुपये पार हो गया दूसरी तरफ गैस का दाम 50 रुपये बढ़ गए, लेकिन अगर यह कानून हिंदुस्तान में लागू हो गया तो हर सामान की कीमत बढ़ जाएगी और महंगाई बढ़ जाएगी. यह देश की जनता के भी खिलाफ है. जबकि एमएसपी की गारंटी इस कानून में कहीं नहीं है. कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग बहुत खतरनाक कानून है जिसमें किसानों की जमीनें चंद पूंजीपति लेंगे और अगर फसल अच्छी हो गई तो उनकी और खराब हो गई तो किसान को न्यायालय जाने का भी अधिकार नहीं है.यह डेथ वारंट पर साइन है…
आप नेता ने कहा है इसलिए वह कहते हैं कि यह कानून हिंदुस्तान के किसानों के लिए डेथ वारंट पर साइन है और डेथ वारंट में कोई संशोधन नहीं होता है बल्कि उसे वापस लिया जाता है. आम आदमी पार्टी पहले दिन से ही इस बिल के विरोध में है. इसके साथ उन्होंने बजट 2021 को लेकर कहा कि यह बजट 130 करोड़ हिंदुस्तानियों की बनाई गई संपत्ति को बेचने का बजट है. इस देश को बेचने वाला बजट है. इसमें रेल, सेल, खेल, सड़क, बिजली, पानी, बीपीसीएल, एफसीआई, कोल, एलआईसी, बैंक और पूरा हिंदुस्तान बेचा जा रहा है.
टूलकिट विवाद को लेकर कही यह बात
दिशा रवि पर उन्होंने बोलते हुए कहा कि दिशा की गिरफ्तारी हुई है वह 22 साल की लड़की है जो पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लड़ती है. उस लड़की को गिरफ्तार करके जेल भेज कर मोदी सरकार अपने आपको बहादुर कह रही है. यह कायरों की सरकार है, यह हिटलरों की सरकार है और हिटलर शाही का भूत दिमाग पर सवार हो जाता है, तो जनता का दमन और उत्पीड़न होता है. यही काम मोदी सरकार आज की तारीख में कर रही है.
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