लखनऊ। पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह (अजित सिंह मर्डर केस) की सनसनीखेज हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर गिरधारी उर्फ़ कन्हैया (शूटर गिरधारी) को पुलिस (पुलिस) ने सोमवार तड़के हुए एनकाउंटर की ढेर कर दिया। पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान सुबह करीब 3 बजे विभूति खंड पुलिस अजीत सिंह की हत्या में इस्तेमाल किया गया को बरामद करने के लिए गिरधारी को विभूति खंड के खरगापुर इलाके की तरफ ले जा रही थी। खरगापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास पुलिस टीम गाड़ी से उतर ही रही थी कि मजबूत शरीर के गिरधारी ने सब इंस्पेक्टर अख्तर उस्मानी की नाक पर अपने सिर से ज़ोरदार टक्कर मारी जिससे एसआई अख़्तर ज़मीन पर गिर गए और गिरधारी उनकी पिस्टल लेकर भागने लगे।
पुलिस हिरासत के दौरान अचानक हुई इस घटना से पुलिस टीम सकते में आ गई। पुलिस टीम में शामिल सीनियर सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने अपनी टीम के साथ गिरधारी का पीछा किया तो गिरधारी पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए झाड़ियों की तरफ भागा। इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना देकर और पुलिस बल मंगाया गया और गिरधारी की घेराबंदी की गई। पुलिस ने झाड़ियों में छिपे गिरधारी को सरेंडर करने को कहा तो जवाब में गिरधारी ने गोलियां चला दी।
जवाबी फायरिंग में ढेर हुआ गिरधारी
पुलिस के मुताबिक जवाबी कार्रवाई में चलाई गई गोली गिरधारी को लग गई, जिससे वो चिल्लाता हुआ मौके पर गिर गया। पुलिस टीम उसके साथ गई तो उसकी सांसें चल रही थी। पुलिस टीम घायल गिरधारी को लोहिया अस्पताल ले गई जहां पर डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दिल्ली पुलिस ने किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि 6 जनवरी को लखनऊ में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की सनसनीखेज हत्या के मामले का मुख्य शूटर गिरधारी 11 जनवरी को नई दिल्ली में गिरफ्तार हुआ था। नई दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को अवैध पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था। अजीत सिंह की हत्या और साज़िश की परतें खोलने के लिए
13 फरवरी से 16 फरवरी तक गिरधारी लखनऊ पुलिस की कस्तडी रिमांड पर था। रिमांड के दौरान पुलिस हत्याकांड से जुड़ी गुंजाइश कर रही थी। अजीत सिंह की हत्या में इस्तेमाल किया गया की बरामदगी के लिए ले जाते समय गिरधारी ने दौड़ की कोशिश की और मारा गया।