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रैन बसेरा पर रार
ऑल्माइटी बलेसिंग्स संस्था के अध्यक्ष सरबजीत सिंह का कहना है कि वह 25 साल से समाज सेवा के क्षेत्र में है। पिछले 6 वर्षों से अस्पताल में मुफ्त लंगर चला रहे हैं। उनका एक रोटी बैंक भी है, जिसमें बच्चों को भी जोड़ा गया है। मुफ्त लंगर के लिए बच्चे उन्हें 25 हजार रोटियां देते हैं। रोटियां दूर-दराज के क्षेत्रों से भी उनके पास आती हैं। उनका कहना है कि पूर्व सरकार की मदद से 2017 में उन्होंने कैंसर रोगियों के लिए एक रैन बसेरा बनाने का कार्य शुरू किया था, जो काफी प्रयासों और कड़ी के बाद 2019 में बनकर तैयार हुआ था। लोक निर्माण विभाग ने इसका टेंडर करवाया था।
वर्तमान सरकार के कुछ लोगों को ये कामयाबी पसंद नहीं आई और एक चक्रव्यूह रचकर ये रैन बसेरा किसी और दे दिया गया है। सरबजीत ने आरोप लगाया कि गुपचुप तरीके से इसके लिए टेंडर करवाया गया था। उन्होंने कहा कि रैन वासी के साथ साथ उन्हें कई कार्यों की अनुमति दी गई है, जिसमें खाना खिलाना भी शामिल हैं। एक ही स्थान पर दो लंगर जायज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी पार्टी से कोई मतलब नहीं है लेकिन फिर भी उनके साथ राजनीति की जा रही है। अस्पताल को राजनीति का अड्डा बनाया जा रहा है।बड़े ओहदे पर तैनात डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराया
इसके लिए सरबजीत सिंह ने अस्पताल में एक बड़े ओहदे पर तैनात डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन उनका नाम नहीं लिया। सरबजीत ने कहा कि वे आने वाले समय में राजनीति में उतरना चाहते हैं और अपने राजनीतिक गुरूओं को खुश करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। अपनी मांगो को लेकर कई बार प्रशासन से मिले लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि रैन बसेरे को मरीजों के लिए ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
रिज पर धरना
सरबजीत सिंह ने ऐलान किया कि प्रशासनिक की इस कार्यप्रणाली के विरोध में मंगलवार से रिज मैदान पर अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति के नीचे धरना करेंगे। जब तक उनकी मांगो पर सुनवाई नहीं होती है तब तक हर रोज एक घंटे तक धरना दिया जाएगा। मंगलवार को उन्होंने रिज मैदान पर धरना शुरू कर दिया है।
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