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गौरतलब है कि बिहार से सटे पश्चिम बंगाल के जिलों और कोलकाता के आसपास के क्षेत्र में बिहारियों की तादाद काफी है। इसी को लेकर तेजस्वी यादव की नजर बिहार के इस वोट बैंक पर टिकी हुई है। पश्चिम बंगाल पहुंचे अब्दुल बारी सिद्दीकी का कहना है कि राजद पहले भी बंगाल में चुनाव लड़ता रहा है। वहाँ उनका विधायक भी जीता है। बंगाल में उनकी पार्टी का अच्छा खासा वोट बैंक है, जिसे छोड़ा नहीं जा सकता था।
बंगाल में कांग्रेस से दूरी बरत राजद हो सकती हैपश्चिम बंगाल को लेकर तेजस्वी यादव पहले ही यह बात साफ कर चुके हैं कि बंगाल में जो भाजपा को हराने की स्थिति में रहेगा, उनकी पार्टी उसी का साथ देगी। वहाँ कांग्रेस वामदलों के साथ चुनाव लड़ती आई है, लेकिन अगर तेजस्वी यादव की ममता बनर्जी से बात सकारात्मक रहती है तो राजद बंगाल में कांग्रेस से दूरी बना सकती है।
तीन दिवसीय दौरे पर राजद के दो नेता हैं
बिहार पहुंचे राजद नेताओं के मुताबिक, वह यहां तीन दिवसीय दौरे पर हैं। यहां उनका कार्यक्रम ममता बनर्जी से मिलने का है। इसके साथ ही वह प्रशांत किशोर से भी बात करेंगे। इस दौरान वह राजद के साथ गठबंधन को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी बात ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनारजी से भी होगी। एक फरवरी तक ममता बनर्जी से मुलाकात हो सकती है। इसके बाद ही यहां गठबंधन करने या फिर चुनाव लड़ने की रणनीति पर पार्टी अपनी तैयारी करेगी।
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