गोष्ठी एवं हर्षोल्लास से संपन्न हुआ स्वामी जी की जयंती
गोष्ठी एंव हर्षोल्लास से सम्पन्न हुआ स्वामी जी की जयंती
गोनार्ड फाउंडेशन की तरफ से भारतवर्ष के महान सपूत,युवा स्तंभ,युवा गौरव,युवा कुलश्रेष्ठ,स्वामी विवेकानंद की जयंती पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन,गोनार्ड फाउंडेशन के चेयरमैन विवेक मणि श्रीवास्तव एडवोकेट के आवास पर हुआlजिस पर मुख्य अतिथि के रूप में डीआईजी स्टांप,देवीपाटन मंडल,मनोज कुमार श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथियों के रूप में डॉ अभय शंकर लाल श्रीवास्तव व प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक अतुल कुमार श्रीवास्तव व कार्यक्रम की अध्यक्षता कायस्थ कुलश्रेष्ठ केके श्रीवास्तव द्वारा किया गया एवं विचार गोष्ठी का संचालन गोंडा जनपद के वरिष्ठ अध्यापक बृजेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया, इस अवसर पर उन्होने स्वामी विवेकानन्द जी के आदर्शों पर अधारित एक स्वरचित कविता भी प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए मनोज श्रीवास्तव,डीआईजी स्टांप देवीपाटन मंडल,ने कहा के युवा वर्ग को स्वामी विवेकानंद के दर्शन और साहित्य को नित्य,प्रति दिन पढ़ना चाहिए और उसको अपने आचरण में उतारने के लिए प्रयास करना चाहिए, जिससे देश समाज और भारतीय संस्कृति का उत्थान और विकास हो सकेl विशिष्ट अतिथि के रुप में बोलते हुए डॉ अभय शंकर लाल श्रीवास्तव ने कहा के स्वामी विवेकानंद जैसे महान सपूत,जिन्होंने कायस्थ कुल में पैदा होकर,विश्व में अपनी संस्कृत की छाप छोड़ी,ऐसे महान योद्धा को,उनके जन्मदिन पर हम युवाओं से यह,अपेक्षा करेंगे कि अपनी संस्कृत,विश्व की सबसे अच्छी संस्कृत है,इस को संभाल के रखना और आगे बढ़ाना यह हमारा पहला लक्ष्य होना चाहिए lइसी क्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गोंडा जनपद के कायस्थ कुलश्रेष्ठ,वरिष्ठ अधिवक्ता केके श्रीवास्तव ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने,जो विश्व पटल पर,पाश्चात्य सभ्यता के ऊपर भारतीय संस्कृत की छाप छोड़ी वह अविस्मरणीय है,और युगों युगों तक स्वामी विवेकानंद,भारतीय युवाओं के और विश्व के युवाओं के मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत बने रहेंगेlकार्यक्रम के अंत में गोनार्ड फाउंडेशन के चेयरमैन,विवेक मणि श्रीवास्तव द्वारा सभी आगंतुकों का,भारत के महान सपूत स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आने के लिए,आभार प्रकट करते हुए कहा कि चित्रांश कुल में पैदा हुए,ऐसे महान सपूत,जिन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा और अपने वैराग्य जीवन व्यतीत करते हुए भी,उन्होंने विश्व पटल पर अपनी एक अलग छाप बनाई,ऐसे महान आत्मा को उनकी जयंती पर हम याद करके,हम आशा करेंगे कि हम उनके पद चिन्हों पर चलें और उनके दर्शन को आत्मसात करेंl इस अवसर पर गोनार्ड फाउंडेशन की तरफ से मुख्य अतिथि को व वरिष्ठ विशिष्ट अतिथि को अंगवस्त्र व मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया गयाlइस अवसर पर चित्रगुप्त सभा के अश्वनी श्रीवास्तव,पंकज सिन्हा,विकास मनोहर श्रीवास्तव, विजितश्रीवास्तव बसंत कुमार आशीष श्रीवास्तव, हेमंत श्रीवास्तव,नीरज कुमार श्रीवास्तव, विशाल कुमार श्रीवास्तव, विकास कुमार श्रीवास्तव, अमन श्रीवास्तव, हिमांशु श्रीवास्तव आशु श्रीवास्तव, मनोज कुमार, संजय श्रीवास्तव, स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव अतुल कुमार श्रीवास्तव,श्विजय कुमार, शंभू दुसाद, तेग बहादुर श्रीवास्तव, गोपाल श्रीवास्तव मदन गोपाल दिनेश चंद्र, सिद्ध कुमार, पवन मोहन, अमरेश, देवकली प्रसाद,अभिनव कुमार,प्रत्यूष कुमार,अश्वनी कुमार,अंजनी कुमार, दिवाकर श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, प्रकाश चंद आदि लोग विचार गोष्ठी में कथा एकत्रित रहेl